इंटनेट का एड्रेस सिस्टम क्या होता है (what is address system of internet )
हलो friends आप लोगो को तो पता ही होगा की हमारा काम आज के युग में बिना internet के बिना होना नामुमकिन है आज के युग में बिना इंटरनेट के कोई काम नही हो सकता चाहे वो ऑफिस office का काम हो hospital का कार्य हो या कोई भी कार्य हो बिना इंटरनेट के होना नामुमकिन है।
आज मै अपने ब्लॉग में internet के अड्रेस के बारे में बताउंगी की internet का address system क्या होता है।
इंटरनेट का अड्रेस सिस्टम (Address system of internet )
आप पढ़ चुके है की internet सूचनाओं का भंडार है अगर आप internet के बारे में नही जानते तो मै अपने ब्लॉग में आप को बता दूंगी। तो चलिए दोस्तों बताते है की इंटनेट एड्रेस क्या है तो चलिए जानते है।
सूचनाओं को we shit में store किया जाता है कोई Website एक ऐसी फाइल होती है जिसमे सूचनाओं को page में बाटकर रखा जाता है। आप एक बार में उसका एक page देख सकते है website एक निश्चित नाम होता है जिसमे उसे पहचान जाता है। उसी नाम से पता चलता है की वह website दुनिया के किस computer में किस file में store है इसके लिए internet का एक निश्चित address system होता है यह ठीक उसी प्रकार है जिस प्रकार टेलीफोन का एक निश्चित number होता है और कोई person उस number के माध्यम से टेलफोन तक पहुंच सकता है
इंटरनेट के address system के दो प्रमुख भाग होते है -डोमेन नाम तथा आईपी एड्रेस। इंटनेट को ठीक से समझने के लिए उसके address system को समझना आवशयक है इनके बारे यहाँ विस्तार से बताया जा रहा है।
डोमेन नाम (Domain name )
कोई domain नाम एक ऐसा नाम है जिसमे किसी website को पहचाना जाता है जैसे हम आपको किसी website का नाम दिखा दे रही हू। w w w . up gov .com दोस्तों ये उत्तर प्रदेश का ऑफिसल website है वेबसाइट का नाम पता रखने की इस प्रणाली को domain name system या D n s कहा जाता है कोई भी person केवल domain नाम देकर दुनिया की किसी भी website को खोल सकता है उसमे भरी सूचनाओं को उपयोग कर सकता है इसलिए domain नामो को (Universal Resource Locator )या U R L भी कहा जाता है।
किसी Domain नाम के दो या तीन भाग होते है पहला w w w होता है जो world wide web का छोटा रूप है
यह भाग w w w के अतरिक्त f l p भी हो सकता है
इंटरनेट के group ने internet के सभी उपयोगकर्ताओं के लिए अनेक भाग में विभाजित किया है प्रति भाग एक निश्चित domain नाम होता है जो किसी website के अंत में जोड़ा जाता है कुछ प्रमुख domain नाम और उसका विवरण इस प्रकार है।
डोमेन का नाम -उदेश्य
. C O M -व्यापारिक संघठन
.G O V -सरकारी संस्था
.O R G -अव्यवसायिक
.E D U -एजुकेशन संस्थान
.INT -अंतरास्ट्रीय संगठन
.NET -नेटवर्किंग
. IN भारत संगठन
. UK ब्रिटेन संगठन
आईपी0 अड्रेस (IP ADDRESS )
आप पढ़ चुके है की किसी नेटवर्क पर सूचनाओं के आदान -प्रदान को नियमित करने के लिए कुछ निश्चित नियम होते है जिन्हे Protocol कहा जाता है इंटनेट भी इसका अपवाद नही है। यह दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क इसका भी एक निश्चित प्रोटोकॉल होता है जिसे टी 0 सी 0 पी 0 /आई 0 पी 0 (TC P/IP) कहा जाता है
इसका पूरा नाम (Transmission Control Protocol /Internet Protocol) है जैसा की इसके नाम से स्पस्ट है यह
इंटरनेट को पूरा करने वाले नियमो का संग्रह है।
About author
हलो friends आपको ये ब्लॉग कैसा लगा मै teach time ब्लॉग का founder हूँ और आपको को computer और technology से related जानकरी देने का प्रयास करती हूँ अगर ये ब्लॉग आपको अच्छा लगे तो हमें comment करके जरूर बताइयेगा।
0 comments: